जिजाख संसा को पाक कला की उत्कृष्ट कृति माना जाता है। इसे जिस तरह से बनाया जाता है वह स्वादिष्ट खाने के सभी प्रेमियों को हैरान कर देता है।
इस तरह का संसा बनाने के रहस्य कई सदियों से पीढ़ी-दर-पीढ़ी चले आ रहे हैं। वह अपने वजन से प्रभावित करती हैं।
संसा का आटा पतला होता है, मांस को दरदरा काटा जाता है। भरने में प्याज और थोड़ा वसा भी मिलाया जाता है, जो इसे रस और भरपूर स्वाद देता है। संसा एक लंबवत तंदूर में तैयार किया जाता है। मुझे आश्चर्य है कि इस आकार का संसा तंदूर में क्यों नहीं आता? यह पहले से ही जिजाख आकाओं का रहस्य है।
खुलने का समय: 9:00-18:00, सोम-शुक्र
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